Thursday, April 15, 2021

सबसे सुन्दर स्त्री हो जाती हूँ / वन्दना टेटे

टाँगी,
हँसिया,
दाब,
दराँती
ये सब हमारी सुन्दरता के
प्रसाधन हैं
जिन्हें हाथ में पकड़ते ही
मैं दुनिया की
सबसे सुन्दर स्त्री हो जाती हूँ

तब कहीं दूर रैम्प पर
लड़खड़ाती हुई टाँगों वाली
तुम्हारी सारी विश्वसुन्दरी पुतलियाँ
पछ़ाड़ खाकर गिर जाती हैं
प्रायोजक भाग उठते हैं
टीवी डिसकनेक्ट हो जाता है
मोबाइल के टॉवर
ठप्प हो जाते हैं

जब मैं हाथ में ले लेती हूँ
टाँगी, हँसिया, दाब, दराँती
या इन जैसा कुछ भी...

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