होरी खेलन कू आई राधा प्यारी हाथ लिये पिचकारी॥
....हाथ लिये पिचकारी।।
कितना बरस के कुंवर कन्हैया कितना बरस राधे प्यारी॥
....हाथ लिये पिचकारी।।
सात बरस के कुंवर कन्हैया बारा बरस की राधे प्यारी॥
....हाथ लिये पिचकारी।।
अंगली पकड मेरो पोचो पकड्यो बैयां पकड झक झारी॥
....हाथ लिये पिचकारी।।
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर तुम जीते हम हारी॥
....हाथ लिये पिचकारी।।
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