For the love of poetry
One Poem Daily, curated with love from India
(Move to ...)
Home
▼
Saturday, August 1, 2020
यह देश / गणेश पाण्डेय
यह देश मेरा भी है यह देश आपका भी है एक मत मेरे पास है एक मत आपके पास भी है एक अरब आपके पास है एक सौ मेरे पास है यह देश आपको प्यारा है मुझको भी जान से प्यारा है एक छोटी-सी जिज्ञासा है मान्यवर, यह देश कितना आपका है कितना हमारा है।
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment