Wednesday, September 4, 2019

अंतहीन यात्राओं का अंत / संगीता गुप्ता

मन झूम रहा
जाना है
यात्रा पर

बरसों की तलाश,
यहाँ से वहाँ
भटकने की त्रासदी,
शेष कर देगी दोनों को
यात्रा पर जाना है

जानती है वह
उस तक पहुँच
अंतहीन यात्राओं का ही
अंत
फिर भी
मन झूम रहा है

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